जिस देश को अपनी भाषा और अपने साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता। - देशरत्न डॉ. राजेन्द्रप्रसाद।
व्यंग्य
हिंदी व्यंग्य. Hindi Satire.

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कुछ नहीं होने की पीड़ा - लतीफ़ घोंघी

कुछ नहीं हुआ। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। नगर शांत रहा। इन सभी स्थितियों से वे दुःखी थे। उनके चेहरे पर कुछ नहीं होने की पीड़ा थी।
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भेजो - नरेन्द्र कोहली

"हुजूर! ख़बर आई है कि हमारे लोगों ने भारतीय कश्मीर में पच्चीस हिंदू तो मार ही दिए हैं। ज़्यादा हों तो भी कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने दो-दो साल के बच्चे भी मार गिराए हैं।”
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